अब ये क्या रिजल्ट है...😐
#रिजल्ट तो हमारे जमाने मे आते थे, जब पूरे बोर्ड का रिजल्ट 18 ℅ हो, और उसमें भी आप ने वैतरणी तर ली हो (डिवीजन मायने नहीं, परसेंटेज कौन पूछे) तो पूरे कुनबे का सीना चौड़ा हो जाता था। 🤩
#दसवीं का बोर्ड...बचपन से ही इसके नाम से ऐसा डराया जाता था कि आधे तो वहां पहुंचने तक ही पढ़ाई से सन्यास ले लेते थे। 😌 जो हिम्मत करके पहुंचते ,उनकी हिम्मत गुरुजन और परिजन पूरे साल ये कहकर बढ़ाते,"अब पता चलेगा बेटा, कितने होशियार हो, नवीं तक तो गधे भी पास हो जाते हैं" !!😛
रही-सही कसर हाईस्कूल में पंच वर्षीय योजना बना चुके साथी पूरी कर देते..." भाई, खाली पढ़ने से कुछ नहीं होगा, इसे पास करना हर किसी के लक में नहीं होता, हमें ही देख लो... 🤩
और फिर , जब रिजल्ट का दिन आता। #ऑनलाइन का जमाना तो था नहीं,सो एक दिन पहले ही शहर के दो- तीन हीरो (ये अक्सर दो पंच वर्षीय योजना वाले होते थे) अपनी हीरो स्प्लेंडर या यामहा में #बरेली चले जाते। फिर आधी रात को आवाज सुनाई देती..."रिजल्ट-रिजल्ट"😣
पूरा का पूरा मुहल्ला उन पर टूट पड़ता। रिजल्ट वाले #अखबार को कमर में खोंसकर उनमे से एक किसी ऊंची जगह पर चढ़ जाता। फिर वहीं से नम्बर पूछा जाता और रिजल्ट सुनाया जाता...पांच हजार एक सौ तिरासी ...फेल, चौरासी..फेल, पिचासी..फेल, छियासी..सप्लीमेंट्री !!
कोई मुरव्वत नही..पूरे मुहल्ले के सामने बेइज्जती।😮
रिजल्ट दिखाने की फीस भी डिवीजन से तय होती थी,लेकिन फेल होने वालों के लिए ये सेवा पूर्णतया निशुल्क होती।(इस तरह हमने कई साल अपने घर वालों के पैसे बचाए )😥
जो पास हो जाता, उसे ऊपर जाकर अपना नम्बर देखने की अनुमति होती। टोर्च की लाइट में प्रवेश-पत्र से मिलाकर नम्बर पक्का किया जाता, और फिर 10, 20 या 50 रुपये का पेमेंट कर पिता-पुत्र एवरेस्ट शिखर आरोहण करने के से गर्व के साथ नीचे उतरते।😜
जिनका नम्बर अखबार में नही होता उनके परिजन अपने बच्चे को कुछ ऐसे ढांढस बंधाते... अरे, कुम्भ का मेला जो क्या है, जो बारह साल में आएगा, अगले साल फिर दे देना एग्जाम...
पूरे मोहल्ले में रतजगा होता।चाय के दौर के साथ चर्चाएं चलती, अरे ... फलाने के लड़के ने तो पहली बार मे ही ...😝
#यू पी बोर्ड हाई स्कूल इंटर, सी बी एस ई इंटर परीक्षा में सम्मिलित सभी छात्र छात्राओं को दिल से बधाई, सी बी एस ई हाई स्कूल वालों को अग्रिम बधाई, लेकिन सच मे , रिजल्ट तो हमारे जमाने मे ही आता था।🥳
*SOLUTION DESK - for All EXAM'S*
कक्षा 10वीं एवं 12वीं के बोर्ड परीक्षार्थी हो या रिसर्च स्कॉलर, कंपीटिटिव एग्जाम के साथ सच्चाई के मुतलाशी
*☝🏻परामर्श (Couselling) के लिए मिले य काल करें☝🏻*
*ऐसे विद्यार्थी student जो एग्जाम, पढ़ाई की वजह से बहुत तनावग्रस्त🥺 हैं, परेशान हैं, हताश हैं, 😧और किन्ही वजहों से पढ़ाई में ध्यान😣 नहीं लगा पा रहे हैं, एग्जाम से ज़्यादा रिजल्ट का डर 😢 के कारण पढने पर भी कुछ याद नहीं हो पा रहा है एकाग्रचित्त नहीं हो पा रहे हैं; तो वे परामर्श (काउंसलिंग) हेतु बेझिझक, बेहिचक संपर्क कर परामर्श प्राप्त करें।*
*कैरियर अवेयरनेस टीम में हमारे काउंसलर से 9838658933 पर शाम 6.30 से 8.30 तक सम्पर्क करें*
नीचे दी गई दुआएं या कोई एक दुआ पढ़ते रहैं (मिनजानिब *खानकाहे सुफ़्फ़ा*)
*1- وَ تَوَکَّلۡ عَلَی الۡحَیِّ الَّذِیۡ لَا یَمُوۡتُ وَ سَبِّحۡ بِحَمۡدِہٖ ؕ وَ کَفٰی بِہٖ بِذُنُوۡبِ عِبَادِہٖ خَبِیۡرَا ﴿۵۸﴾ۚ ۛ ۙ*
*2- رَّبِّ زِدْنِى عِلْمًا*“
👆🏻 इस मैसज को सभी ग्रुप और कॉन्टेक्ट्स में भेजें ।
*कैरियर गाइडेन्स और मोटिवेशन के लिए मिलें*
Coordinator
*Career awareness team*
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*1- وَ تَوَکَّلۡ عَلَی الۡحَیِّ الَّذِیۡ لَا یَمُوۡتُ وَ سَبِّحۡ بِحَمۡدِہٖ ؕ وَ کَفٰی بِہٖ بِذُنُوۡبِ عِبَادِہٖ خَبِیۡرَا ﴿۵۸﴾ۚ ۛ ۙ*
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