वक्त हालात और परस्थितियों के नतीजे में बहुत से विचार जन्म लेते हैं..और सोशल मीडिया के युग में बहुतों के विचार प्रभावित भी करते है विचार जो वक्त की जरूरत हैं,सुधिजन इस सौदे बाजी में नहीं पड़ते कि, कौन सा विचार किस के खिलाफ जाता हैं या किस के फेवर में..... इंसाफ के पैरोकार को इससे सरोकार नहीं , इंसाफ के लिये/ इंसानियत की भलाई के लिये , विचारों पर सदैव विचार होना ही चाहिये ,
Wednesday, June 8, 2016
मेरी नरमी मेरी कमजोरी : MY WEAKNESS N TENDERNESS
🗡🇸🇦 मेरी नरमी को मेरी कमजोरी ना समजना ऐ नादान ,,
सर झुका कर चलता हुं तो सिर्फ अल्लाह के खौंफ से 🇸🇦🗡
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